मेरी कलम से अरविन्द सिंह सिसोदिया – Memories About my Love
उदाष बेठा हूँ उसकी याद मे कई लम्हे गुज़र गए, जो मिले थे खुषियों के लम्हे वो मुझसे बिछड़ गए, गिरे कई बार ठोकरों से गिरे और फिर सम्भल गए, लगी जो दिल पे ठोकर है गहरा जख्म दिया इसने, सम्भालु कैसे मै इस दिल को सम्भाला अब नहीं जाए, भुलाऊ भी तो भला कैसे भुलाया अब नहीं जाए, जो यादें है बसी दिल में … Continue reading मेरी कलम से अरविन्द सिंह सिसोदिया – Memories About my Love